NPS Calculator: नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), जो शुरूआती दौर में केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए थी, अब सभी भारतीय नागरिकों के लिए एक प्रमुख रिटायरमेंट सेविंग ऑप्शन के रूप में उपलब्ध है। मई 2009 से यह सभी के लिए खुल गया है, और धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
NPS का उद्देश्य और विशेषताएं
NPS एक मार्केट-लिंक्ड परिभाषित योगदान आधारित पेंशन स्कीम है, जिसका मुख्य उद्देश्य रिटायरमेंट के लिए धनराशि जमा करना है। इसमें निवेश किए गए धन पर निवेशक को विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्पों में चुनाव करने की सुविधा मिलती है और यह आयकर लाभ के साथ आता है, जिसमें धारा 80C और 80CCD(1B) के तहत कर छूट प्राप्त होती है।
टैक्स छूट का मिलेगा लाभ
NPS निवेशकों को एक वित्तीय वर्ष में दो लाख रुपये तक की टैक्स छूट की सुविधा प्रदान करता है। यह योजना इस प्रकार डिजाइन की गई है कि यह निवेशकों को उच्च रिटर्न्स के साथ-साथ टैक्स सेविंग का भी लाभ प्रदान करती है।
निवेश विकल्प और फ्लेक्सिबिलिटी
NPS विभिन्न निवेश विकल्प प्रदान करता है जिसमें निवेशक अपनी जोखिम सहिष्णुता के अनुसार इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स, या सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश कर सकते हैं। इसकी पोर्टेबिलिटी सुविधा निवेशकों को रोजगार बदलने पर भी उनकी पेंशन स्कीम को बिना किसी रुकावट के जारी रखने की अनुमति देती है।
वापसी और एन्युटी
रिटायरमेंट के समय, निवेशक को अपनी संचित धनराशि का एक हिस्सा निकालने की अनुमति होती है और शेष राशि का उपयोग एन्युटी खरीदने के लिए किया जाता है, जो उन्हें एक नियमित मासिक पेंशन प्रदान करता है।
NPS की उपलब्धता
कोई भी भारतीय नागरिक, चाहे वह सरकारी हो या निजी क्षेत्र का कर्मचारी, 18 से 70 वर्ष की उम्र के बीच में NPS में निवेश कर सकता है। NPS के लिए निवेशकों की व्यापक पहुंच और इसकी लागत प्रभाविता इसे आकर्षक बनाती है।
नेशनल पेंशन सिस्टम इस प्रकार से न केवल एक सुरक्षित और स्थिर रिटायरमेंट फंड प्रदान करता है बल्कि यह वित्तीय नियोजन के लिए एक अत्यंत लाभकारी और लचीला विकल्प भी प्रदान करता है।