रिटायरमेंट के बाद एक सुरक्षित और स्थायी आय स्रोत की तलाश हर किसी की प्राथमिकता होती है। इसके लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरकर सामने आया है। यह एक सरकारी योजना है, जो मार्केट से जुड़ी होने के कारण आकर्षक रिटर्न देती है।
इसके जरिए आप न सिर्फ एक स्थिर मासिक पेंशन पा सकते हैं, बल्कि आपातकालीन जरूरतों के लिए पार्शियल विड्रॉल (Partial Withdrawal) का भी लाभ उठा सकते हैं। तो आइए जानते हैं, NPS के तहत उपलब्ध विभिन्न विकल्पों और नियमों के बारे में।
पार्शियल विड्रॉल की सुविधा
NPS में निवेश करने वाले ग्राहकों को 3 साल की लॉक-इन अवधि के बाद कुछ विशेष परिस्थितियों में आंशिक निकासी (पार्शियल विड्रॉल) की सुविधा मिलती है। यह सुविधा उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है, जिन्हें आकस्मिक जरूरतों के लिए पैसे की आवश्यकता होती है।
प्रीमैच्योर एग्जिट के नियम
NPS का मूल उद्देश्य रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित पूंजी जुटाना है, इसलिए इसमें से 60 साल की उम्र तक बाहर निकलना आसान नहीं होता। हालांकि, कुछ विशेष स्थितियों में आप प्रीमैच्योर एग्जिट (अर्थात् निर्धारित समय से पहले योजना से बाहर निकलना) भी कर सकते हैं।
- न्यूनतम अवधि: NPS में कम से कम 5 साल तक निवेश करना अनिवार्य है, उसके बाद ही आप योजना से बाहर निकल सकते हैं। अगर आपने 60 साल की उम्र के बाद योजना में प्रवेश किया है, तो 3 साल बाद बाहर निकल सकते हैं।
- निकासी सीमा: प्रीमैच्योर एग्जिट की स्थिति में, आप कुल जमा राशि का केवल 20% हिस्सा एकमुश्त निकाल सकते हैं।
- एन्युटी खरीदना अनिवार्य: शेष 80% राशि से आपको अनिवार्य रूप से एन्युटी खरीदनी होगी, जिसका उपयोग जीवनभर पेंशन के रूप में किया जाएगा।
- छोटी राशि का विकल्प: यदि आपके खाते में कुल जमा राशि 2.5 लाख रुपये से कम है, तो आप पूरी राशि एकमुश्त निकाल सकते हैं और पेंशन खरीदने की जरूरत नहीं होगी।
क्यों चुनें NPS?
NPS न सिर्फ सुरक्षित रिटायरमेंट योजना है, बल्कि यह टैक्स बचत के लिए भी एक आकर्षक विकल्प है। इसके तहत आप धारा 80C और धारा 80CCD(1B) के तहत कर छूट का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, यह योजना मार्केट से जुड़ी होने के कारण लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न भी देती है, जिससे आपका पेंशन फंड अधिक सुरक्षित और लाभकारी बनता है।
निष्कर्ष
NPS एक व्यापक और लचीली रिटायरमेंट प्लानिंग टूल के रूप में उभरा है, जो निवेशकों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है। इसकी विशेषताएं जैसे मार्केट लिंक्ड रिटर्न, पार्शियल विड्रॉल की सुविधा, और प्रीमैच्योर एग्जिट के नियम इसे आज की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाते हैं, जिससे यह रिटायरमेंट के लिए एक उत्तम विकल्प बन जाता है।