NPS Penalty: अगर सालाना NPS राशि का योगदान करने में रहते हैं विफल, तो इतना देना होगा जुर्माना, जाने डिटेल

राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) एक स्वैच्छिक अंशदान आधारित योजना है, जो सेवानिवृत्ति के लिए धन संचय और कर लाभ प्रदान करती है। यह योजना 18-70 वर्ष के भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है, जिसमें कम लागत, लचीलापन और ऑनलाइन सुविधा प्रमुख हैं।

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Written by Rohit Kumar

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NPS Penalty: अगर सालाना NPS राशि का योगदान करने में रहते हैं विफल, तो जाने कितना देना होगा जुर्माना

NPS Penalty: राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) एक वैकल्पिक अंशदान योजना है जो बाजार से संबंधित है। यह योजना निवेशकों को उनके सेवानिवृत्ति के लिए धन संचय करने और कर लाभ उठाने में सहायता प्रदान करती है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जो अधिक रिटर्न की आशा रखते हैं।

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NPS खाता खोलने की पात्रता

NPS सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है। हालांकि, 22 दिसंबर 2003 को जारी वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, 1 जनवरी 2004 या उसके बाद सरकारी सेवा में शामिल हुए केंद्रीय कर्मचारियों के लिए NPS अनिवार्य है।

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इसके अतिरिक्त, 18 से 70 वर्ष की आयु के सभी भारतीय नागरिक, चाहे वे भारत में हों या विदेश में रह रहे हों, NPS में स्वैच्छिक रूप से खाता खोल सकते हैं।

योजना के प्रमुख लाभ

NPS निवेशकों को निम्नलिखित प्रमुख लाभ प्रदान करता हैं:

  • लचीलापन: NPS में निवेशक अपनी जरूरतों और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार अंशदान कर सकते हैं।
  • पोर्टेबल: एक बार NPS खाता खोलने के बाद, इसे स्थानांतरित करना आसान होता है। नौकरी बदलने या शहर बदलने के बावजूद खाता चालू रहता है।
  • नियंत्रित और पारदर्शी: NPS को भारतीय पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा विनियमित किया जाता है, जिससे इसकी पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
  • कम लागत और चक्रवृद्धि ब्याज: इस योजना की लागत अन्य निवेश योजनाओं की तुलना में कम होती है और समय के साथ चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ भी मिलता है।

NPS खाते के प्रकार

NPS को दो भागों में विभाजित किया गया है: टियर-I खाता और टियर-II खाता।

1. टियर-I खाता

  • निकासी: निकासी पर कुछ सीमाएं होती हैं और यह पेंशन योजना के नियमों के अनुसार की जा सकती है।
  • न्यूनतम अंशदान: खाता खोलने के लिए न्यूनतम 500 रुपये और प्रति वर्ष न्यूनतम 1,000 रुपये का अंशदान आवश्यक होता है।
  • फ्रीज होने की संभावना: अगर कोई निवेशक न्यूनतम आवश्यक योगदान नहीं करता, तो उसका खाता फ्रीज हो सकता है और उसे जुर्माना भरकर इसे सक्रिय करना होगा।

2. टियर-II खाता

  • निकासी: इसमें निकासी पर कोई प्रतिबंध नहीं होता।
  • न्यूनतम योगदान: खाता खोलने के लिए 250 रुपये का अंशदान आवश्यक होता है, लेकिन प्रति वर्ष न्यूनतम योगदान की कोई सीमा नहीं होती।
  • टियर-I में स्विच: निवेशक टियर-II खाते से कभी भी टियर-I खाते में स्विच कर सकते हैं।

NPS पेंशन कैलकुलेटर का उपयोग

NPS पेंशन कैलकुलेटर एक उपयोगी टूल है, जो आपके योगदान, निवेश पर रिटर्न, और वार्षिकी चयन के आधार पर आपकी अनुमानित पेंशन और एकमुश्त राशि की गणना करता है। इससे निवेशक अपनी सेवानिवृत्ति योजना को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और आवश्यक निर्णय ले सकते हैं।

खाता फ्रीज होने की स्थिति में क्या करें?

NPS खाता फ्रीज होने से बचने के लिए निवेशकों को हर वित्तीय वर्ष में कम से कम एक बार न्यूनतम अंशदान करना होता है। यदि निवेशक ऐसा नहीं कर पाता, तो उसका खाता फ्रीज कर दिया जाता है और उसे इसे पुनः सक्रिय करने के लिए न्यूनतम अंशदान के साथ-साथ जुर्माना भी देना पड़ता है

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