रेलवे पेंशनधारकों के लिए बड़ी राहत: विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों को मिलेगा फिक्स मेडिकल अलाउंस

रेल मंत्रालय ने विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों को फैमिली पेंशन के तहत फिक्स्ड मेडिकल अलाउंस (FMA) देने का निर्णय लिया है। यह अलाउंस उन बेटियों को मिलेगा जो अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद पेंशन प्राप्त कर रही हैं।

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Written by Rohit Kumar

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रेलवे पेंशनधारकों के लिए बड़ी राहत: विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों को मिलेगा फिक्स मेडिकल अलाउंस

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों को फिक्स मेडिकल अलाउंस (FMA) देने का फैसला किया है। यह अलाउंस उन बेटियों को मिलेगा जो रेलवे पेंशनधारकों की फैमिली पेंशन प्राप्त कर रही हैं। रेल मंत्रालय द्वारा 19 जुलाई 2024 को जारी एक अधिसूचना में इस निर्णय की जानकारी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि यदि ऐसी बेटियां, जो पहले से ही रेलवे कर्मचारी के आश्रित के रूप में पंजीकृत थीं, वे अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद भी FMA के लिए पात्र होंगी।

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क्या है फिक्स मेडिकल अलाउंस (FMA)?

फिक्स मेडिकल अलाउंस (FMA) एक मासिक वित्तीय सहायता है, जो रेलवे पेंशनधारकों और उनके आश्रितों को दी जाती है, ताकि वे अपनी चिकित्सा जरूरतों को पूरा कर सकें। यह अलाउंस उन परिवार के सदस्यों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो किसी प्रकार की फैमिली पेंशन प्राप्त कर रहे हैं।

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कौन होंगी पात्र?

रेल मंत्रालय के अनुसार, यह अलाउंस उन विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों को मिलेगा, जिनके माता-पिता रेलवे पेंशनधारक थे और जिनके पास रेलवे स्वास्थ्य योजना (RELHS) कार्ड था। यह अलाउंस तब तक जारी रहेगा जब तक ये बेटियां सभी निर्धारित शर्तों को पूरा करती हैं, जिनमें आर्थिक आश्रितता और अन्य शर्तें शामिल हैं।

कैसे मिलेगा लाभ?

यह निर्णय उन बेटियों के लिए बड़ी राहत है जो अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद फैमिली पेंशन प्राप्त कर रही हैं। रेलवे बोर्ड ने इस बारे में स्पष्ट किया है कि यदि ये बेटियां अपने माता-पिता की पेंशन और चिकित्सा सुविधाओं की उत्तराधिकारी हैं, तो वे FMA के लिए भी पात्र होंगी। इस निर्णय के तहत, उन्हें हर महीने एक निश्चित राशि का भुगतान किया जाएगा, ताकि वे अपनी चिकित्सा जरूरतों को पूरा कर सकें।

पूर्व के आदेश और उनकी स्थिति

रेल मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह निर्णय उन पूर्व के आदेशों को supersede करता है जो 7 जुलाई 2014 और 13 सितंबर 2009 को जारी किए गए थे। साथ ही, 2022 में विभिन्न रेलवे जोनों को जारी किए गए स्पष्टीकरण भी अब इस नए निर्णय के साथ ही रद्द माने जाएंगे।

रेलवे मंत्रालय का यह निर्णय उन विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है जो फैमिली पेंशन पर निर्भर हैं। इस फैसले से उनके चिकित्सा खर्चों का बोझ कुछ हद तक कम होगा और वे अपना जीवन अधिक सम्मान और सुरक्षा के साथ जी सकेंगी। यह कदम रेलवे पेंशनधारकों और उनके आश्रितों के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक बदलाव की दिशा में उठाया गया है।

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