केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने यह बयान दिया है की पेशनभोगियो की शिकायतों का समाधान ही सरकार का पहला कार्य है। इसके लिए DOPPW पेंशन अदालतों के आयोजन में लगा हुआ है। जहां पर तुरंत उनका समाधान किया जाएगा। अगर आपको भी कोई परेशानी है तो आप भी अपनी परेशानी CPENGRAMS पोर्टल पर दर्ज कर सकते है। उसके बाद आपकी समस्या का समाधान पेंशन कोर्ट में किया जाएगा। जिससे आपको आपकी बकाया राशि प्राप्त हो जायेगी।
पिछली पेंशन अदालत लंबित पारिवारिक पेंशन मामलों के निवारण पर केंद्रित थी। इसमें सभी पेंशनधारकों की समस्या का समाधान किया गया। 100 दिनों से लंबित 105 शिकायतों को सूचीबद्ध किया गया था। जिसमें सेवानरिवृति पारिवारिक पेंशन और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के मामले शामिल थे। इनमें से 85 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
20 साल के लंबे संघर्ष के बाद मिला पेंशन का Arrear
श्रीमती अनिता कनिक रानी, भगवान दास की पत्नी, जो 13.6.2003 को निधन हो गया था। इनको पारिवारिक पेंशन और सेवानिवृत्ति का बकाया नहीं प्रदान किया गया। जीवित सदस्य प्रमाण पत्र या उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के अभाव में उनको पेंशन से वंचित कर दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने 5.12.2023 को CPENGRAMS पोर्टल पीआर अपनी परेशानी दर्ज की। जैसी बाद उनकी परेशानी को अदालत में 22.2.2024 सुना गया। उसी दिन उनके नाम पर पीपीओ जारी किया गया और उनके बकाया २२ लाख रुपए का भुगतान किया गया।
7 साल बाद संशोधित पीपीओ (Revise PPO) मिला
श्रीमती निर्मला देवी, दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त स्वर्गीय किशन सिंह की पत्नी हैं। उन्होंने 2016 से 7वी सीपीसी के अनुसार पीपीओ संशोधित करने का और बकाया प्राप्त करने के बहुत से प्रयास किए लेकिन वह उसमें असफल रही। उसके बाद उन्होंने अपनी शिकायत 30/09/2022 को CPENGRAMS पोर्टल पर दर्ज की। पेंशन में उनकी परेशानी पर विचार किया गया। जिसके बाद संबंधित विभाग ने 5.4.2024 को 7वें सीपीसी के अनुसार संशोधित पीपीओ जारी कर दिया और उनकी बकाया राशि का भुगतान भी किया गया।
आजीवन पेंशन बकाया (Life Time Arrear) का भुगतान
श्रीमती गीता देवी, बीएसएफ के दिवंगत सीटी (जीडी) कुमार चंदन सिंह की मां हैं। इनके बेटे की मृत्यु 9/11/2005 को हो गई थी। श्रीमती गीता देवी 2016 से पीपीओ को 7वीं सीपीसी के अनुसार संशोधित करवाने और बकाया पेंशन पाने के लिए प्रयास कर रही है। जिसके बाद इन्होंने भी 21 नवंबर, 2022 को CPENGRAMS पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज की। जिसके बाद उनके इस मामले पर चर्चा की गई। बीएसएफ ने बताया कि 9/2/2024 को संशोधित पीपीओ CPAO को भेज दिया गया है। इसके बाद उनकी बची हुई पेंशन भी शुरू कर दी जाएगी।
असम राइफल्स द्वारा आजीवन पेंशन बकाया का भुगतान और पारिवारिक पेंशन जारी
श्रीमती मशूरी देवी अप्रैल 2022 से असम राइफल्स से पारिवारिक पेंशन और वह जीवन भर की बकाया पेंशन प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही है। इसके बाद इन्होंने भी 13.6.2023 CPENGRAMS पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज की। जिसके बाद इनके मुद्दे की बात अदालत में चली। उसके बाद असम राइफल्स ने यह बताया की नाम अलग होने के कारण इनकी पेंशन शुरू नहीं की गई। जिसके बाद, CPAO ने 4.1.2024 को SSA जारी कर दिया है और बकाया तथा पेंशन का भुगतान नेपाल दूतावास के माध्यम से किया जाएगा।