अगर आप एक कर्मचारी है और PF में निवेश कर रहे है तो पहले निवेश की योजना को समझे और फिर सोच -समझ कर निवेश करें. क्योंकि एक गलती से आपको लाखों का नुकसान हो सकता है. EPF ( कर्मचारी भविष्य निधि) बचत करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है जो कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए दिया जाता है।
EPFO (employee provident fund organisation) के द्वारा चलाई जा रही सरकारी स्कीम PPF के सब्सक्राइबर के लिए बड़ी खबर है. अगर आप PF के पैसों का लाभ प्राप्त करना चाहते है तो कुछ जरूरी बातों का विशेष ध्यान दें, नहीं तो एक गलती से लाखों का नुकसान हो सकता है.
PF खाते के लिए जरूरी है महीने की 5 तारीख
कई सारे लोग EPF ब्याज गणना को नहीं जानते है. EPFO के नियमों के अनुसार, सरकार हर साल पीएफ खाते पर ब्याज देती है, लेकिन ब्याज की गणना मासिक आधार पर की जाती है. EPF में ब्याज की गणना हर महीने की 1 तारीख से 5 तारीख के बीच आपके खाते में जमा राशि के आधार पर की जाती है. इसे मासिक संतुलन विधि (Monthly Balance Method) कहा जाता है. इसका मतलब यदि आप महीने के 1 से 5 तारीख के बीच में अपने अकाउंट में जितना पैसा जमा करते है, उसी के आधार पर ब्याज मिलता है.
लमसम अमाउंट पर विशेष ध्यान दें
सभी निवेशकों को अपने PF अकाउंट पर खास ध्यान देना चाहिए. EPFO के अनुसार पीएफ अकाउंट में सालाना 1.5 लाख रुपए तक निवेश कर सकते है, जिसे आप अपनी इच्छाअनुसार मंथली, क्वेटरली या ईयरली जमा कर सकते है. यदि आप एक बार में 1.5 लाख रुपए जमा करना चाहते है तो 5 तारीख से पहले जमा कर लें तभी पूरे डिपॉजिट पैसों पर ब्याज मिलेगा.
उदाहरण के आधार पर, हम आपको समझाएंगे कि 1 लाख रुपए के लमसम जमा पर आपको कितना ब्याज मिलेगा
मान लें आपके अकाउंट में 2 लाख रुपए पहले से जमा है और आप उसमें 5 तारीख से पहले 1 लाख लमसम अमाउंट डिपॉजिट कर लेते हैं तो इंटरेस्ट ब्याज दर 7.1% के अनुसार कैलकुलेट किया जाएगा.
- यानी लमसम जमा पर ब्याज: 1 लाख *7.1%= 7,100 रूपये ब्याज के तौर पर मिलेगा.
- इसके अलावा जो पहले से रकम जमा है उस पर भी ब्याज का लाभ मिलेगा.
- 2 लाख * 7.1 %= 14,100 रुपये, कुल ब्याज: 7,100 + ₹14,200 = ₹21,300
- अगर आप 5 तारीख से बाद निवेश करते है तो उस महीने का इंटरेस्ट कैलकुलेट नहीं किया जाएगा.