
भारतीय सेना में प्रमोशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जो न केवल सेवा अवधि और अनुशासन को महत्व देती है, बल्कि अफसरों और सैनिकों की योग्यता, नेतृत्व क्षमता और चयन बोर्ड के मूल्यांकन पर भी आधारित होती है। प्रमोशन के साथ भारतीय सेना के कर्मियों को वेतन में वृद्धि, उच्च भत्ते और मान-सम्मान भी प्राप्त होता है। यह पूरी प्रक्रिया सेना की पारदर्शिता और निष्पक्षता का प्रतीक है।
कमीशंड ऑफिसर्स (Commissioned Officers)
कमीशंड ऑफिसर्स सेना में उच्च पदों पर होते हैं और उनके प्रमोशन एक निर्धारित समय और चयन प्रक्रिया के अनुसार होते हैं।
रैंक | प्रमोशन हेतु न्यूनतम सेवा अवधि | वेतन स्तर (Pay Level) | अनुमानित मासिक वेतन (₹) |
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लेफ्टिनेंट (Lieutenant) | नियुक्ति के समय | लेवल 10 | ₹56,100 – ₹1,77,500 |
कैप्टन (Captain) | 2 वर्ष | लेवल 10B | ₹61,300 – ₹1,93,900 |
मेजर (Major) | 6 वर्ष | लेवल 11 | ₹69,400 – ₹2,07,200 |
लेफ्टिनेंट कर्नल (Lt Colonel) | 13 वर्ष | लेवल 12A | ₹1,21,200 – ₹2,12,400 |
कर्नल (Colonel) – TS | 26 वर्ष (Time Scale) | लेवल 13 | ₹1,30,600 – ₹2,15,900 |
कर्नल (Selection) | चयन प्रक्रिया द्वारा | लेवल 13 | ₹1,30,600 – ₹2,15,900 |
ब्रिगेडियर (Brigadier) | चयन प्रक्रिया द्वारा | लेवल 13A | ₹1,39,600 – ₹2,17,600 |
मेजर जनरल (Major General) | चयन प्रक्रिया द्वारा | लेवल 14 | ₹1,44,200 – ₹2,18,200 |
लेफ्टिनेंट जनरल (Lt General) | चयन प्रक्रिया द्वारा | लेवल 15 | ₹1,82,200 – ₹2,24,100 |
जनरल (COAS) | चयन द्वारा | लेवल 18 (Fixed) | ₹2,50,000 (नियत) |
🔹 नोट: COAS का मतलब है Chief of Army Staff, जो भारतीय सेना का सर्वोच्च पद होता है।
👨✈️ जूनियर कमीशंड ऑफिसर्स (Junior Commissioned Officers – JCOs
ये रैंक वरिष्ठ गैर-कमीशंड अधिकारियों को प्रमोट करके दिए जाते हैं, जिनकी जिम्मेदारियाँ बढ़ जाती हैं और वे अफसरों के साथ मिलकर काम करते हैं।
रैंक | वेतन स्तर (Pay Level) | अनुमानित मासिक वेतन (₹) |
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नायब सूबेदार | लेवल 6 | ₹35,400 – ₹1,12,400 |
सूबेदार | लेवल 7 | ₹44,900 – ₹1,42,400 |
सूबेदार मेजर | लेवल 8 | ₹47,600 – ₹1,59,100 |
👷♂️ नॉन-कमीशंड ऑफिसर्स (Non-Commissioned Officers – NCOs)
ये भारतीय सेना की रीढ़ की हड्डी होते हैं। वे टीम को लीड करते हैं और ज़मीनी स्तर पर संचालन की जिम्मेदारी निभाते हैं।
रैंक | वेतन स्तर | अनुमानित मासिक वेतन (₹) |
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सिपाही (Soldier) | लेवल 3 | ₹21,700 – ₹69,100 |
लांस नायक | लेवल 3 | ₹21,700 – ₹69,100 |
नायक | लेवल 4 | ₹25,500 – ₹81,100 |
हवलदार | लेवल 5 | ₹29,200 – ₹92,300 |
वेतन के अतिरिक्त लाभ और भत्ते (Allowances)
भारतीय सेना अपने जवानों और अधिकारियों को न केवल वेतन देती है, बल्कि कई अतिरिक्त लाभ और भत्ते भी प्रदान करती है जो उन्हें आर्थिक, भौगोलिक और स्वास्थ्य संबंधी सहयोग देते हैं। इनमें शामिल हैं:
- सैन्य सेवा वेतन (MSP): ₹15,500 प्रतिमाह (लेफ्टिनेंट से ब्रिगेडियर तक)
- महंगाई भत्ता (DA): समय-समय पर संशोधित
- मकान किराया भत्ता (HRA): पोस्टिंग क्षेत्र पर निर्भर
- परिवहन भत्ता (TA), उच्च ऊंचाई भत्ता, फील्ड एरिया भत्ता
- नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं, CSD कैंटीन की सुविधाएं, पेंशन एवं ग्रेच्युटी लाभ
सेना में प्रमोशन की प्रणाली को समझना क्यों है ज़रूरी
प्रमोशन न केवल वित्तीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक अधिकारी की क्षमता और कार्य निष्ठा को भी मान्यता देता है। सेना में हर प्रमोशन के पीछे उसकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (Annual Confidential Report – ACR), आचरण, और चयन बोर्ड की समीक्षा शामिल होती है।
यदि किसी अधिकारी को समय पर चयनित प्रमोशन नहीं मिलता, तो उसे “Time Scale” प्रमोशन प्रदान किया जा सकता है — यह दर्शाता है कि भारतीय सेना अपने हर सदस्य को सम्मान और अवसर दोनों देती है।