
EPFO ने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर-UAN जनरेट करने और एक्टिवेट करने की प्रक्रिया को और भी सरल और सुरक्षित बना दिया है। अब कर्मचारी खुद उमंग ऐप (Umang App) के जरिए फेस ऑथंटिकेशन टेक्नॉलजी-Face Authentication Technology का इस्तेमाल कर UAN जनरेट और एक्टिवेट कर सकते हैं। इस नई सुविधा की घोषणा श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने की है। पहले यह प्रक्रिया पूरी तरह नियोक्ता पर निर्भर थी, लेकिन अब कर्मचारी सीधे इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
फेस ऑथंटिकेशन से डेटा की गलतियों से राहत
EPFO की इस नई पहल से अब उन समस्याओं से छुटकारा मिलेगा जो पहले यूज़र डेटा की त्रुटियों की वजह से होती थीं। पहले नियोक्ता द्वारा दर्ज किया गया डेटा—जैसे मोबाइल नंबर, पिता का नाम या अन्य जानकारी—गलत हो जाने की स्थिति में कर्मचारी को बाद में अपडेट कराना पड़ता था। इससे क्लेम प्रोसेस में देरी और असुविधा होती थी। अब फेस ऑथंटिकेशन टेक्नॉलजी से आधार से सीधा वेरिफिकेशन होगा, जिससे ऐसी गलतियों की संभावना खत्म हो जाएगी।
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र भी जल्द होगा फेस ऑथंटिकेशन से
मांडविया ने बताया कि EPFO भविष्य में पेंशनधारकों के लिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट यानी जीवन प्रमाण को भी फेस ऑथंटिकेशन के जरिए प्रमोट करेगा। इससे बुज़ुर्ग पेंशनधारकों को फिजिकल वेरिफिकेशन के झंझट से मुक्ति मिलेगी और वे घर बैठे प्रमाणपत्र सबमिट कर सकेंगे।
अब खुद जेनरेट करें UAN इस आसान प्रक्रिया से
EPFO ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब कोई भी कर्मचारी खुद UAN जेनरेट कर सकता है। इसके लिए प्लेस्टोर से उमंग ऐप और AadhaarFaceRD App डाउनलोड कर इंस्टॉल करना होगा। उमंग ऐप में जाकर “UAN Allotment & Activation” विकल्प पर क्लिक करना होगा। आधार नंबर और उससे लिंक मोबाइल नंबर डालकर ओटीपी वेरिफाई करें। इसके बाद लाइव फोटो लिया जाएगा, जो आधार डेटाबेस से मिलान किया जाएगा। यदि सब कुछ सही रहता है, तो UAN तुरंत जनरेट होकर SMS के माध्यम से भेज दिया जाएगा।
2024-25 में 1.26 करोड़ UAN जनरेट, लेकिन 35% ही एक्टिवेट
वित्त वर्ष 2024-25 के आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,26,56,127 नए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जनरेट हुए, लेकिन इनमें से सिर्फ 44,68,236 यानी करीब 35% ही एक्टिवेट हो सके। यह अंतर इस ओर इशारा करता है कि जनरेटेड UAN को एक्टिवेट करने की पारंपरिक प्रक्रिया में यूज़र्स को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। फेस ऑथंटिकेशन आधारित प्रक्रिया इस गैप को भरने में मददगार हो सकती है।
नए यूज़र्स के लिए UAN एक्टिवेशन अब Contactless और User-Friendly
अब तक की प्रक्रिया में EPFO पोर्टल पर आधार ओटीपी वैलिडेशन से UAN एक्टिवेशन की जरूरत होती थी, जिसमें कई बार तकनीकी दिक्कतें या कन्फ्यूजन होते थे। नई टेक्नॉलजी के इस्तेमाल से यह प्रक्रिया अब पूरी तरह Contactless, Safe और User-Friendly बन गई है। खासतौर पर उन कर्मचारियों के लिए यह सुविधा बेहद लाभकारी है, जिनका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं था या उन्हें टेक्नोलॉजी का ज्यादा ज्ञान नहीं था।