
Partners Remuneration Calculation अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है, क्योंकि IT विभाग ने पार्टनरशिप फर्मों के लिए एक नया डिजिटल कैलकुलेटर लॉन्च कर दिया है। यह टूल विशेष रूप से उन फर्मों के लिए उपयोगी है जो आयकर अधिनियम की धारा 40(b) के अंतर्गत अपने वर्किंग पार्टनर्स को सैलरी, कमीशन या अन्य भुगतान करते हैं। अब इस टूल की मदद से आप सही रेम्यूनरेशन की गणना करके टैक्स बचत और अनुपालन दोनों सुनिश्चित कर सकते हैं।
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धारा 40(b) के तहत रेम्यूनरेशन की नियमावली और गणना प्रक्रिया
Income Tax Act की Section 40(b) के अनुसार पार्टनरशिप फर्म द्वारा वर्किंग पार्टनर्स को दी जाने वाली सैलरी, बोनस या कमीशन कुछ सीमाओं के तहत कर योग्य आय से घटाई जा सकती है। सबसे पहले जरूरी है कि पार्टनरशिप डीड में रेम्यूनरेशन का स्पष्ट उल्लेख हो। इसके बाद फर्म के Book Profit के आधार पर एक तय सीमा तक ही यह राशि स्वीकार्य होती है। वित्त वर्ष 2025-26 में Book Profit की शुरुआती सीमा को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹6 लाख कर दिया गया है, जिससे फर्मों को बड़ी राहत मिली है।
आईटी विभाग का नया कैलकुलेटर कैसे करता है काम
आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर यह कैलकुलेटर उपलब्ध है, जिसे उपयोग करना बेहद आसान है। उपयोगकर्ता को केवल फर्म के Book Profit, पार्टनर के विवरण और भुगतान की जानकारी दर्ज करनी होती है। इसके बाद यह टूल स्वचालित रूप से अनुमत अधिकतम रेम्यूनरेशन की गणना कर देता है। इससे न सिर्फ समय की बचत होती है, बल्कि मैन्युअल त्रुटियों की संभावना भी लगभग खत्म हो जाती है।
बुक प्रॉफिट के आधार पर रेम्यूनरेशन की गणना का नया फॉर्मूला
वर्तमान नियमों के तहत यदि फर्म का Book Profit ₹6 लाख तक है, तो 90% या ₹3 लाख – जो भी अधिक हो – तक रेम्यूनरेशन अनुमेय होता है। ₹6 लाख से अधिक के प्रॉफिट पर शेष राशि पर 60% तक की कटौती अनुमेय होती है। यह गणना जितनी सरल दिखती है, उतनी ही जटिल हो सकती है अगर कैलकुलेटर का प्रयोग न किया जाए। यही कारण है कि इस टूल को उपयोग में लाना न सिर्फ लाभदायक है बल्कि कर अनुपालन के लिहाज़ से जरूरी भी है।
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रेम्यूनरेशन से जुड़ी TDS कटौती की नई अनिवार्यता
Section 194T के अनुसार, यदि पार्टनर को दिए गए रेम्यूनरेशन की राशि ₹20,000 सालाना से अधिक है, तो फर्म को 10% की दर से TDS कटौती करनी होगी। यह नया प्रावधान वित्त वर्ष 2025-26 से लागू हुआ है, जिससे पार्टनरशिप फर्मों के टैक्स दायित्व में सीधा असर देखने को मिलेगा। इस प्रकार, रेम्यूनरेशन कैलकुलेटर केवल अनुमेय राशि नहीं, बल्कि TDS अनुपालन के लिए भी आवश्यक जानकारी प्रदान करता है।
पार्टनरशिप डीड में जरूरी क्लॉज और कानूनी सावधानियां
रेम्यूनरेशन के कर लाभ उठाने के लिए फर्म की पार्टनरशिप डीड में रेम्यूनरेशन का प्रावधान होना आवश्यक है। साथ ही यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि कौन से पार्टनर वर्किंग हैं और उन्हें कितनी राशि दी जाएगी। यदि डीड में यह बातें स्पष्ट नहीं हैं, तो आयकर अधिकारी उस भुगतान को कर कटौती योग्य नहीं मान सकते। इसलिए फर्म को अपने दस्तावेज समय-समय पर अपडेट करते रहना चाहिए।
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