8वें वेतन आयोग में पेंशन में बड़ा बदलाव! जानें पुरानी बेसिक से नई बेसिक पेंशन का गणित

आठवें वेतन आयोग में पेंशनभोगियों के लिए बड़ी खुशखबरी! फिटमेंट फैक्टर के आधार पर उनकी पेंशन में होगा बड़ा इजाफा। जानिए, कैसे बदलेंगे उनके आर्थिक हालात।

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Written by Rohit Kumar

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आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर पेंशनभोगियों में उम्मीदें बढ़ रही हैं। इस नए वेतन आयोग के लागू होने के बाद पेंशनभोगियों की पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी, यह सवाल चर्चा में है। खासतौर पर यह जानने की उत्सुकता है कि उन्हें फिटमेंट फैक्टर का लाभ मिलेगा या नहीं।

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आठवें वेतन आयोग के तहत पेंशनभोगियों को भी अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह फायदा दिया जाएगा। चाहे वे किसी भी पुराने वेतन आयोग के अंतर्गत रिटायर हुए हों, उन्हें नवीनतम वेतन आयोग के नियमों का लाभ मिलने की पूरी संभावना है।

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पेंशनभोगियों को मिलेगा 8th Pay का लाभ

यह स्पष्ट किया गया है कि पेंशनभोगियों को आठवें वेतन आयोग के अंतर्गत फायदा दिया जाएगा। पिछले वेतन आयोगों के अनुरूप पेंशन में बढ़ोतरी की प्रक्रिया जारी रहेगी। चाहे पेंशनभोगी चौथे, पाँचवें, छठे या सातवें वेतन आयोग के तहत रिटायर हुए हों, उन्हें आठवें वेतन आयोग के तहत पेंशन में संशोधन मिलेगा।

इस संशोधन में फिटमेंट फैक्टर का बड़ा रोल होगा, जो पेंशन में बढ़ोतरी के अनुपात को निर्धारित करता है। सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जबकि आठवें वेतन आयोग में यह 1.92, 2.28 और 2.86 जैसे स्तरों पर तय हो सकता है।

फिटमेंट फैक्टर, पेंशन बढ़ोतरी का आधार

फिटमेंट फैक्टर पेंशनभोगियों की पेंशन बढ़ाने का मुख्य आधार होता है। आठवें वेतन आयोग में यह स्पष्ट किया गया है कि पेंशन में इजाफा निम्नलिखित फैक्टर्स पर निर्भर करेगा:

  1. पेंशनभोगी का मौजूदा नोशनल पे
  2. पिछले वेतन आयोग में निर्धारित बेसिक पेंशन
  3. आठवें वेतन आयोग के तहत नया फिटमेंट फैक्टर

उदाहरण के लिए, यदि सातवें वेतन आयोग में किसी पेंशनभोगी का नोशनल पे ₹29,200 है, तो आठवें वेतन आयोग के विभिन्न फिटमेंट फैक्टर्स के तहत उनकी नई पेंशन इस प्रकार हो सकती है:

  • 1.92 फैक्टर पर: ₹28,032
  • 2.28 फैक्टर पर: ₹33,288
  • 2.86 फैक्टर पर: ₹41,756

पिछले वेतन आयोगों का तुलनात्मक अध्ययन

पेंशन में सुधार का ऐतिहासिक दृष्टिकोण लें तो वेतन आयोगों के बीच बढ़ोतरी का एक निश्चित पैटर्न रहा है। चौथे वेतन आयोग से लेकर सातवें वेतन आयोग तक, पेंशन में क्रमिक रूप से बदलाव किए गए।

  • चौथा वेतन आयोग (1986-1995): ₹1,350 – ₹2,200
  • पाँचवा वेतन आयोग (1996-2005): ₹4,500 – ₹7,000
  • छठा वेतन आयोग (2006-2015): ₹5,200 – ₹20,200 (ग्रेड पे ₹2,800)
  • सातवां वेतन आयोग (2016-2025): ₹29,200 – ₹92,300

आठवें वेतन आयोग में इसी सिलसिले को आगे बढ़ाया जाएगा, जिसमें फिटमेंट फैक्टर की भूमिका अहम होगी।

आठवें वेतन आयोग में नई पेंशन कैसे तय होगी?

आठवें वेतन आयोग में पेंशनभोगियों की पेंशन का निर्धारण उनकी नोशनल पे और फिटमेंट फैक्टर के आधार पर किया जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी पेंशनभोगी की बेसिक पेंशन सातवें वेतन आयोग में ₹14,600 थी, तो आठवें वेतन आयोग में यह इस प्रकार बढ़ सकती है:

  • 1.92 फैक्टर: ₹28,032
  • 2.28 फैक्टर: ₹33,288
  • 2.86 फैक्टर: ₹41,756

सभी पेंशनभोगियों के लिए यह बढ़ोतरी समान अनुपात में होगी।

आठवें वेतन आयोग का संभावित असर

आठवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद पेंशनभोगियों के जीवनस्तर में बड़ा सुधार होने की संभावना है। उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा। यह बढ़ोतरी न केवल पेंशनभोगियों के लिए राहत लाएगी, बल्कि इससे उनकी वित्तीय स्थिरता भी मजबूत होगी।

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