
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जनवरी 2025 में आठवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय केंद्र सरकार के लगभग 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों के वेतन और पेंशन में संशोधन के उद्देश्य से लिया गया है।
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आठवें वेतन आयोग का गठन केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उनके वेतन और पेंशन में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। यह निर्णय न केवल कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार करेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
सातवें वेतन आयोग से आठवें वेतन आयोग तक का सफर
सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था, जिसका कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। इस संदर्भ में, आठवें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होने की संभावना है। वित्त सचिव मनोज गोविल ने बताया कि आयोग का कार्य अप्रैल 2025 से शुरू हो सकता है, जिससे वित्तीय वर्ष 2025-26 में कोई वित्तीय प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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फिटमेंट फैक्टर में संभावित वृद्धि
आठवें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर में महत्वपूर्ण वृद्धि की उम्मीद है। वर्तमान में, सातवें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर 2.57 है, जिससे न्यूनतम मूल वेतन ₹18,000 निर्धारित किया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, आठवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक बढ़ सकता है, जिससे न्यूनतम मूल वेतन ₹51,480 तक हो सकता है।
विभिन्न वेतन स्तरों पर संभावित वेतन संरचना
आठवें वेतन आयोग के संभावित फिटमेंट फैक्टर के आधार पर, विभिन्न वेतन स्तरों पर संभावित वेतन इस प्रकार हो सकता है:
- स्तर 1: चपरासी, परिचारक और सहायक स्टाफ
- वर्तमान मूल वेतन: ₹18,000
- संभावित नया मूल वेतन: ₹51,480
- वेतन वृद्धि: ₹33,480
- स्तर 2: निम्न श्रेणी लिपिक
- वर्तमान मूल वेतन: ₹19,900
- संभावित नया मूल वेतन: ₹56,914
- वेतन वृद्धि: ₹37,014
- स्तर 3: कांस्टेबल और कुशल स्टाफ
- वर्तमान मूल वेतन: ₹21,700
- संभावित नया मूल वेतन: ₹62,062
- वेतन वृद्धि: ₹40,362
- स्तर 4: ग्रेड डी स्टेनोग्राफर और जूनियर लिपिक
- वर्तमान मूल वेतन: ₹25,500
- संभावित नया मूल वेतन: ₹72,930
- वेतन वृद्धि: ₹47,430
- स्तर 5: वरिष्ठ लिपिक और उच्च स्तरीय तकनीकी स्टाफ
- वर्तमान मूल वेतन: ₹29,200
- संभावित नया मूल वेतन: ₹83,512
- वेतन वृद्धि: ₹54,312
- स्तर 6: निरीक्षक और उप-निरीक्षक
- वर्तमान मूल वेतन: ₹35,400
- संभावित नया मूल वेतन: ₹101,244
- वेतन वृद्धि: ₹65,844
- स्तर 7: अधीक्षक, अनुभाग अधिकारी, सहायक अभियंता
- वर्तमान मूल वेतन: ₹44,900
- संभावित नया मूल वेतन: ₹128,414
- वेतन वृद्धि: ₹83,514
- स्तर 8: वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी, सहायक लेखा परीक्षक अधिकारी
- वर्तमान मूल वेतन: ₹47,600
- संभावित नया मूल वेतन: ₹136,136
- वेतन वृद्धि: ₹88,536
- स्तर 9: उप पुलिस अधीक्षक, लेखा अधिकारी
- वर्तमान मूल वेतन: ₹53,100
- संभावित नया मूल वेतन: ₹151,866
- वेतन वृद्धि: ₹98,766
- स्तर 10: समूह ‘ए’ अधिकारी, सिविल सेवा के प्रवेश स्तर के अधिकारी
- वर्तमान मूल वेतन: ₹56,100
- संभावित नया मूल वेतन: ₹160,446
- वेतन वृद्धि: ₹104,346
पेंशन में संभावित वृद्धि
आठवें वेतन आयोग के तहत पेंशनभोगियों के लिए भी अच्छी खबर है। वर्तमान में, न्यूनतम पेंशन ₹9,000 है, जो फिटमेंट फैक्टर 2.86 के आधार पर बढ़कर ₹25,740 हो सकती है, यानी 186% की वृद्धि। अधिकतम पेंशन भी ₹1,25,000 से बढ़कर ₹3,57,500 हो सकती है।
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वित्तीय प्रभाव और आगे की प्रक्रिया
वित्त सचिव मनोज गोविल के अनुसार, आठवें वेतन आयोग की सिफारिशों का वित्तीय प्रभाव वित्तीय वर्ष 2026-27 से शुरू होगा। वर्तमान में, आयोग के कार्य की रूपरेखा तैयार की जा रही है, और विभिन्न मंत्रालयों से सुझाव मांगे जा रहे हैं।