केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में एक नई ऑनलाइन सुविधा का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य EPF योजना (Employees Provident Fund Scheme) से छूट की वापसी को सुगम और तेज बनाना है। इस कार्यक्रम में श्रम एवं रोजगार सचिव सुमिता डावरा और केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त नीलम शमी राव सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
ऑनलाइन सुविधा का उद्देश्य और लाभ
डॉ. मंडाविया ने इस ऑनलाइन सुविधा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह EPFO के सेंट्रल आईटी सिस्टम 2.01 के तहत लागू किए गए छह मॉड्यूल में से पहला है। यह सुविधा आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के साथ-साथ दस्तावेज़ों की भौतिक रूप से जमा करने की पुरानी प्रणाली को समाप्त करेगी। अब प्रतिष्ठान अपने आवेदन को ट्रैकिंग आईडी के माध्यम से ट्रैक कर सकेंगे, जिससे समय और प्रयास दोनों की बचत होगी।
1 लाख से अधिक सदस्यों को मिलेगा लाभ
इस नई सुविधा से लगभग 70 प्रतिष्ठानों के 1 लाख से अधिक सदस्यों को लाभ मिलेगा, जिसमें लगभग 1000 करोड़ रुपये की संचयी राशि का स्थानांतरण शामिल है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह सुविधा EPFO के तहत सेवाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता को और अधिक सुदृढ़ करेगी, जिससे हितधारकों का विश्वास और बढ़ेगा।
भविष्य की योजनाएँ
केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर EPFO की नई आईटी प्रणाली 2.01 और अन्य आईटी संबंधित क्रियाकलापों की समीक्षा भी की। उन्होंने आईटी प्रणाली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, नई एकीकृत शिकायत प्रबंधन प्रणाली की योजनाओं की भी समीक्षा की गई, जिससे सदस्यों की समस्याओं का तेजी से समाधान हो सके।
EPFO की बेहतर सेवाओं का प्रभाव
बता दें, पिछले दो वर्षों में 27 कंपनियों ने EPFO के बेहतर सेवाओं और लाभों के चलते अपनी छूट वापस ली है, जिसके परिणामस्वरूप 1688.82 करोड़ रुपये की राशि और 30,000 कर्मचारी EPF योजना के तहत जुड़े हैं। यह EPFO की सेवाओं में बढ़ते विश्वास और लाभ वितरण में सुधार का प्रमाण है।
कुल मिलाकर, इस नई ऑनलाइन सुविधा का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण कदम है जो EPFO की सेवाओं को और अधिक कुशल और पारदर्शी बनाएगा, जिससे लाखों कर्मचारियों को लाभ होगा।